केन्द्रीय विद्यालय, बोलारम की शुरुआत सन् 1980 में की गई थी। जिसके प्रथम अध्यक्ष कर्नल श्री जी.एस. कपूर और प्रथम प्राचार्य श्री जोन्स देव प्रसाद थे। शुरू में विद्यालय को नागदेव मंदिर के पास बाइसन कैंटीन के अस्थायी कैवेलरी बैरक में खोला गया था। जहां पर अब प्रसिद्ध आर्मी डेंटल कॉलेज स्थित है। वर्तमान की तरह उस समय स्कूल में आधुनिक सुविधाएं नहीं थी लेकिन फिर भी केंद्रीय विद्यालय बोलाराम ने जुड़वा शहरों के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में से एक होने का गौरव हासिल किया।
सन् 1980 में विद्यालय कक्षा I से V तक शुरू किया गया था। जिससे केवल कुछ शिक्षक ही जुड़े हुए थे परन्तु धीरे-धीरे स्कूल को उन्नत करते हुए बुनियादी ढांचे व विद्यालय परिसर का निर्माण किया गया। अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं सुसज्जित की गई।विद्यालय का पहला खेल दिवस डोका स्टेडियम में आयोजित किया गया था। श्रीमान अचुन्नी, तत्कालीन सहायक आयुक्त एवं श्री. एस गोंडाने, तत्कालीन प्राचार्य के कुशल मार्गदर्शन में सन् 1984 तक स्कूल को दसवीं कक्षा तक उन्नत कर दिया गया था। विद्यालय में आयोजित होने वाली विभिन्न परियोजनाओ और गतिविधियों के माध्यम से विद्यालय के महान भविष्य का मार्ग प्रशस्त हुआ। तब विद्यालय में कक्षा एक से दसवीं तक तीन वर्ग (सेक्शन) संचालित थे।
सन् 1993 में विद्यालय को सुनहरे उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ वर्तमान परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया। यहां प्रत्येक कक्षा के लिए चार वर्ग (सेक्शन) थे। अब स्कूल को विज्ञान और मानविकी संकायों के साथ उच्च माध्यमिक स्तर तक क्रमोन्नत कर दिया गया था जिसमें मानविकी संकाय के साथ अकाउंट्स विषय को भी जोड़ा गया था। विद्यालय परिसर में बड़े खेल के मैदान, बेहतर बुनियादी सुविधाएं और 72 सदस्यों का योग्य और अनुभवी कर्मचारी-वर्ग है। तब से अब तक स्कूल में लगातार लगभग 1600 से 1700 विद्यार्थी अध्यनरत है।
विद्यालय द्वारा सन् 1997 में भारत की आजादी की 50 वीं वर्षगांठ के अवसर पर ईएमई सेंटर में ‘भारतीयम’ नामक एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया था, जो विद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुई। केंद्रीय विद्यालय बोलाराम के छात्रों द्वारा लाल बहादुर स्टेडियम में भारतीय खेल प्राधिकरण के सौजन्य से एक सांस्कृतिक और खेल कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमें केरल का प्रसिद्ध नृत्य “तिरुवथिराकली या कैकोट्टिकली” और जिमनास्टिक का शानदार प्रदर्शन शामिल था। वर्ष 1998 में स्कूल में जनसंख्या और विकास कार्यशालाओं की एक श्रृंखला आयोजित की गई थी।
वर्ष 2008 में केंद्रीय विद्यालय संगठन राष्ट्रीय खेल और अखिल भारतीय खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें के.वि.बोलारम ने लॉन टेनिस और टेबल टेनिस के राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी की।
2009 में विद्यालय ने उच्च माध्यमिक स्तर पर वाणिज्य संकाय शुरू करके एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।